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समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
'खादिमों' की हरकत ने अजमेर शरीफ दरगाह को लेकर श्रद्धालुओं का नजरिया बदल दिया!
रसूल कंट्रोवर्सी के बाद आखिर कैसे अजमेर दरगाह के खादिमों की मूर्खता का खामियाजा एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के कारण अजमेर को भुगतना पड़ रहा है. कह सकते हैं कि ऐसा ही कुछ होगा इसका अंदाजा विवाद के फ़ौरन बाद ही लग गया था.
ह्यूमर
| 3-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
गंगा-जमनी तहजीब तो तब लगे जब मुसलमान भी काली पोस्टर से आहत हों!
रसूल कंट्रोवर्सी पर आहत मुसलमान याद रखें कि वो फिल्म वाले जो आज मां काली को सिगरेट पीते और LGBTQ का झंडा पकड़े दिखा रहे हैं, कल को वही रसूल की शान में भी गुस्ताखी कर सकते हैं. हो सकता है कल कोई फिल्म डायरेक्टर आए जो रसूल या फिर सहाबा को सिगरेट पीते और LGBTQ का झंडा पकड़े दिखा दे.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
सरिता निर्झरा
@sarita.shukla.37
Kaali Poster Controversy: अभिव्यक्ति की आज़ादी पर केवल हिन्दू धर्म की बलि क्यों?
धर्म का प्रेम, जूनून बन किस किस रूप में आता है इसके बारे में अब तो बताने की आवश्यकता नहीं है. हिन्दू धर्म तो यूं भी अपने देश में पुराने समय से रौंदे जाने के लिए बना है. इसका मखौल बाहर वालों से ज्यादा अपनों ने उड़ाया है. अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर केवल हिन्दू देवी-देवता ही क्यों?
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
रीवा सिंह
@riwadivya
उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या कर कट्टरता को हेरोइज़्म की तरह प्रदर्शित किया गया!
उदयपुर में कन्हैयालाल की निर्मम हत्या के बाद कर्फ़्यू लग गया, इंटरनेट सेवाएं बाधित रहीं ताकि शान्ति बरती जाए. उस समाज में कोई कहां से शान्ति ढूंढेगा जहां धर्म के नाम पर मारपीट, लिन्चिंग और अब ऐसे क़त्ल होने लगे हों. उस क़ातिल को आप क्या सौहार्द का पाठ पढ़ायेंगे जिसे अपने जघन्य कृत्य पर ज़रा भी अफ़सोस न हो!
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
सिद्धार्थ अरोड़ा 'सहर'
@siddhartarora2812
Kanhaiya Lal की मौत के बाद लोग इधर-उधर मुंह कर रहे हैं और पैरेलल यूनिवर्स एक्टिव हो गया है!
फ्रांस में किसी ने कार्टून बनाकर मज़ाक बनाया था तो उसकी ऑन स्पॉट गर्दन काट दी गई थी. काटने वाले के अरबी पापा भी ऐसे इधर-उधर देखने लगे थे जैसे कुछ हुआ ही नहीं. अभी फिर उदयपुर में पसंद की बात न करने पर गर्दन कटी है. बेशर्मी से ज़िम्मेदारी भी ली गई है. अब फिर कुछ पापा लोग इधर-उधर मुंह कर रहे हैं. पैरेलल यूनिवर्स फिर एक्टिव हो गया है.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
पैगंबर विवाद में मुस्लिम भाजपा नेता के इस्तीफे से पार्टी और शीर्ष नेतृत्व को कोई फर्क पड़ेगा?
कोटा नगर निगम से भाजपा पार्षद तबस्सुम मिर्जा ने अपना इस्तीफ़ा दिया है. मिर्ज़ा पैंगंबर मोहम्मद पर अभद्र टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा के खिलाफ हैं. सवाल ये है कि क्या वाक़ई भाजपा और उसके नेताओं को इस इस्तीफे से कोई ख़ास फर्क पड़ेगा ? जवाब है नहीं और इसके पीछे माकूल कारण हैं.
सिनेमा
| 4-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
देशभर में हो रही हिंसा पर खान तिकड़ी की चुप्पी पर सवाल क्यों उठ रहे हैं?
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर पूरे देश में बवाल हो रहा है. बंगाल से लेकर यूपी तक जल रहा है. ऐसी हिंसा के बाद आरोपियों पर जिस तरह से कार्रवाई की जा रही है, उसे लेकर बॉलीवुड की खान तिकड़ी आमिर, शाहरुख और सलमान की चुप्पी कई लोगों को साल रही है. लोग सवाल उठा रहे हैं. उनकी चुप्पी की आखिर क्या वजह है?
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
पैगंबर टिप्पणी विवाद: देश में हिंसा और पत्थरबाजी करने वाले क्या सच में 'बाहरी' हैं?
क्या ये कहना हास्यास्पद नहीं होगा कि दिल्ली की जामा मस्जिद पर इकट्ठा हुए लोग 'बाहरी' थे? उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उग्र प्रदर्शन (Violent Protests) करने वालों को क्या बाहरी कहा जा सकता है? पश्चिम बंगाल में पत्थरबाजी करने वालों को क्या बाहरी कहा जाएगा?
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
दर्पण सिंह
@darpan.singh
नुपुर शर्मा की भर्त्सना के बाद निंदा तो 'सर तन से जुदा..' जैसे बयानों की भी होना चाहिए
किसी भी तरह के अपराध का इंसाफ कानून की किताब से ही हो. ना कि चुनावी फायदे या सुविधाजनक ढंग से धार्मिक पक्ष देखकर. नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) की पैगंबर मोहम्मद पर कथित टिप्पणी (Prophet remaks row) की आलोचना करने वाले अब हत्या का आह्वान करने लगे हैं. और नुपुर की आलोचना करने वाला बुद्धिजीवी वर्ग मौन है!